हरिद्वार। कनखल के प्रसिद्ध वैद्य दीपक कुमार ने बताया की हींग का उपयोग आमतौर पर दाल-सब्जी में डालने के लिए किया जाता है इसलिए इसे `बघारनी´ के नाम से भी जाना जाता है। हींग फेरूला फोइटिस नामक पौधे का चिकना रस है। इसका पौधा 60 से 90 सेमी तक ऊंचा होता है। ये पौधे-ईरान, अफगानिस्तान, तुर्किस्तान, ब्लूचिस्तान, काबुल और खुरासन के पहाड़ी इलाकों में अधिक होते हैं। हींग के पत्तों और छाल में हलकी चोट देने से दूध निकलता है और वहीं दूध पेड़ पर सूखकर गोंद बनता हैं उसे निकालकर पत्तों या खाल में भरकर सुखा लिया जाता है। सूखने के बाद वह हींग के नाम से जाना जाता है। मगर वैद्य लोग जो हींग उपयोग में लाते हैं। वह हीरा हींग होती है और यही सबसे अच्छी होती है।
हमारे देश में इसकी बड़ी खपत है। हींग बहुत से रोगों को खत्म करती है। वैद्यों का कहना है कि हींग को उपयोग लाने से पहले उसे सेंक लेना चाहिए। चार प्रकार के हींग बाजारों में पाये जाते हैं जैसे कन्धारी हींग, यूरोपीय वाणिज्य का हींग, भारतवर्षीय हींग, वापिंड़ हींग।
खाना बनाते समय हम लोग कई सारे मसालों का इस्तेमाल करते हैं जिससे खाना लजीज बन जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि किचन में आपकी सेहत का राज भी छिपा हुआ है। तो चलिए आज हम आपको हींग वाले पानी के बारे में बताते हैं जिसे पीने से आपको कई फायदे होंगे।
पेट की तकलीफ करेगा दूर:
पेट में दर्द होना आम बात है और अक्सर लोग इस समस्या से जूझते नजर आते हैं लेकिन उस समय एक गिलास हींग का पानी आपकी पेट की समस्या को चुटकियों में दूर कर देगा। हींग के पानी में मौजूद एंटी इंफ्लेमेंट्री और एंटी ऑक्सीडेट्स तत्व खराब पेट और एसिडिटी के अलावा कई बीमारियों से निजात दिलाता है।
हड्डियों और दांतों को बनाता है मजबूत:
हींग के पानी में एंटी इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज मौजूद होती हैं जो हड्डियों को मजबूती देती हैं। वहीं हींग में पाया जाने वाला एंटी ऑक्सीडेट्स दांतों को हेल्दी और strong बनाता है।
ब्लड प्रेशर को करता है नियंत्रित:
हींग को खाने में डालकर खाना हो या फिर पानी में मिलाकर पीना दोनों ही आपके शरीर के लिए गुणकारी होता है। हींग का पानी शरीर में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है।
अचार की सुरक्षा:
आचार की सुरक्षा के लिए बर्तन में पहले हींग का धुंआ दें। उसके बाद उसमें अचार भरें। इस प्रयोग से आचार खराब नहीं होता है।
दांतों में कीड़े लगना:
हींग को थोड़ा गर्मकर कीड़े लगे दांतों के नीचे दबाकर रखें। इससे दांत व मसूढ़ों के कीड़े मर जाते हैं।
भूख न लगना:
भोजन करने से पहले घी में भुनी हुई हींग एवं अदरक का एक टुकड़ा, मक्खन के साथ लें। इससे भूख खुलकर आने लगती है।